संपूर्ण
ग़ज़ल8
ग़ज़ल8
शे'र14
शे'र14
परिचय
फ़ारसी सूफ़ी काव्य5
फ़ारसी सूफ़ी काव्य5
बैत1
बैत1
ना'त-ओ-मनक़बत2
ना'त-ओ-मनक़बत2
क़िता'1
क़िता'1
इब्राहीम आजिज़ का फ़ारसी सूफ़ी काव्य
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere