Sufinama

लखनऊ के शायर और अदीब

कुल: 30

रामायण, भगवत गीता, और दूसरे बहुत से मज़हबी व ग़ैर मज़हबी पाठों का छन्दोबद्ध व गयात्मक अनुवाद करने के लिए प्रसिद्ध

मुख़्तलिफ़ ख़ूबियों वाला एक अ’ज़ीम शायर

लखनऊ के मशहूर ताजिर

दाग़ देहलवी के समकालीन। अपनी ग़ज़ल ' सरकती जाए है रुख़ से नक़ाब आहिस्ता आहिस्ता ' के लिए प्रसिद्ध हैं।

हाजी वारिस अ’ली शाह के मुरीद और लखनऊ के शाइ’र-ए- मश्शाक़

लखनऊ का मा’रूफ़ ना’त-गो शाइ’र

हसरत मोहानी के उस्ताद-ए-मोहतरम

फ़िरंगी महल के आ’लिम-ए-दीन और ख़्वाजा अ’ज़ीज़ लखनवी के शागिर्द-ए-अ’ज़ीज़

लखनऊ के मा’रूफ़ अदीब, शाइ’र और मुसन्निफ़

शायर, ख़दंग-ए-नज़र, ज़माना कानपुर और अदीब जैसी पत्रिकाओं के संपादक

“अफ़्साना आ’शिक़-ए-दिल-गीर उ’र्फ़ शीरीं फ़र्हाद बित्तस्वीर के मुसन्निफ़।

हाजी वारिस अ’ली शाह के जाँ-निसार मुरीद

हज़रत आसी ग़ाज़ीपुरी के तिल्मीज़-ए-रशीद और मदरसा चश्मा-ए-रहमत ग़ाज़ीपुर के सद्र मुदर्रिस

Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi

GET YOUR PASS
बोलिए