Sufinama

ब-गीर दामन-ए-लुत्फ़श कि ना-गहाँ ब-गुरेज़द

रूमी

ब-गीर दामन-ए-लुत्फ़श कि ना-गहाँ ब-गुरेज़द

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    ब-गीर दामन-ए-लुत्फ़श कि ना-गहाँ ब-गुरेज़द

    वले म-कश तु चूँ तीरश कि अज़ कमाँ ब-गुरेज़द

    उसके कृपा-रूपी आँचल को पकड़ ले। स्मरण रख वह यकायक भाग जाता है।

    परन्तु उसे एक बाण के समान अपनी तरफ़ खींच मत। खींचने से बाण धनुष को छोड़ देता है।

    चे नक़्श-हा कि ब-बाज़द चे हील:हा कि ब-साज़द

    ब-नक़्श हाज़िर बाशद ज़े-राह-ए-जाँ ब-गुरेज़द

    वह कैसे निराले, विविध प्रकार के रंग दिखलाता है और बहाने करता है। चित्र के रूप में सदैव समस्त में वर्तमान रहता है पर प्राणों के मार्ग से अदृश्य हो जाता है।

    बर आसमानश ब-जोई चु मह ज़े-आब ब-ताबद

    दर आब चूँक कि दर आई ब-आसमाँ ब-गुरेज़द

    यदि तू आकाश में उसकी खोज करे तो वह चन्द्र बनकर नीचे, पानी में प्रतिबिंबित होता है

    पर जैसे ही तू उसे वहाँ देखने आता है वह पुनः आकाश-चारी हो जाता है।

    ज़े-ला-मकानश ब-जोई निशाँ देहद ब-मकानत

    चु दर-ए-मकानश ब-जोई ब-ला-मकाँ ब-गुरेज़द

    तू जब उसकी खोज में वनों में भटकता है तब वह घर में दिखलाई देता है और जब तू उसे पाने की आशा से घर में आता है तो वह वनों में भाग जाता है।

    चु तीर मी ब-रवद अज़ कमाँ चु मुर्ग़-ए-गुमानत

    यक़ीं बदाँ कि यक़ीं-दार अज़ गुमाँ ब-गुरेज़द

    यदि तेरी कल्पना बहुत ऊँची उड़ान भरने वाली है तो वह भी उससे कम शीघ्र गामी नहीं है।

    विश्वास रख वह तुझसे इस प्रकार भागता है जिस प्रकार कल्पना से विश्वास भागता है।

    अज़ ईन-ओ-आँ ब-गुरेज़म ज़े-तर्स ने ज़े-मलूली

    कि आँ निगार-ए-लतीफ़म अज़ ईन-ओ-आँ ब-गुरेज़द

    मैं इस सम्पूर्ण संसार से ही भय खाकर दूर दूर भागता फिर रहा हूँ, यह नहीं कि घबराकर शीघ्रगामी बाण के समान जा रहा हूँ।

    बात केवल यह है कि मेरा सुन्दर प्रियतम भी इससे दूर भागता फिरता है।

    गुरेज़पाए चु बादम ज़े-इश्क-ए-गुल गुले कि

    गुले ज़े-बीम-ए-बाद-ए-ख़िज़ानी ज़े-बोस्ताँ ब-गुरेज़द

    मैं वायु के समान भागता हूँ। उसी के समान सुमनों का प्राणयी हूँ (जैसे कि वह उनकी सुगन्ध को चुराकर नौ दो ग्यारह हो जाती है)।

    मैं एक फूल के समान हूँ जो पतझड़ ऋतु के डर से उपवन को छोड़कर भाग जाता है।

    चुनाँ गुरेज़द नामश चु क़स्द-ए-गुफ़्तन बीनद

    कि गुफ़्त नीज़ न-ताबी कि आँ फुलाँ ब-गुरेज़द

    तू उसी के समान भागने वाले को देखकर कहता है कि तू इस प्रकार भागता है जैसे मेरा प्रियतम।

    परन्तु तू यह भी नहीं बतला सकता कि अमुक भाग रहा है।

    चुना गुरेज़द अज़ तु कि गर नवेसी नक़शश

    ज़े-लौह नक़्श ब-परद ज़े-दिल निशाँ ब-गुरेज़द

    वह तुझसे इस प्रकार भागता फिरता है कि यदि तू तख़्ती पर उसकी तस्वीर उतारे तो

    वह भी वहाँ से उड़ जाए और हृदय से उसका निशान भी विलीन हो जाए।

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