उपनाम : 'मीरन'
मूल नाम : मीर ईसा
अपूर्व प्रतिभा के कवि थे। औरंगज़ेब के समकालीन थे। वास्तविक नाम मीर ईसा था। वे इस्लाम खाँ बदख़्शानी के पुत्र थे जिन्हें सम्राट औरंगजेब की विशेष कृपा प्राप्त थी। सम्राट ने मीरन से पूर्व उसके पिता को हिम्मत खाँ की उपाधि प्रदान की थी। मीर ईसा को भी यही सम्मान प्राप्त हुआ था। इनका उपनाम 'मीरन' था। इन्होंने नख-शिख काव्य की रचना की है। इनका निधन सन् 1681 ई. में हो गया।