आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "चौदहवीं"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "चौदहवीं"
गूजरी सूफ़ी काव्य
नबीजी और काफ़िर
देखो हुई थी तारीख़ चौदहवीं रातां,मिल काफ़िर आए ऐसी सुनी रे बातां।
मौलाना पीर मशाएख़
अन्य परिणाम "चौदहवीं"
ग़ज़ल
बहुत बढ़ चढ़ के दा'वे चौदहवीं का चाँद करता हैहमें मेरी क़सम उठना ज़रा तुम भी सँवर जाना
अहसन मारहरवी
कलाम
मैं भी अदना साक़िया तेरे तलब-गारों में हूँचौदहवीं का चाँद तू है मैं तिरे तारों में हूँ
मोहम्मद बादशाह क़दीर
ना'त-ओ-मनक़बत
चौदहवीं का चाँद है या सुरत-ए-लैला है येक़ैस की तस्वीर है या ख़ुद उसी की आह है
शाह अकबर दानापूरी
सूफ़ी लेख
हज़रत शाह फ़रीदुद्दीन अहमद चिश्ती
आपके वंश में हज़रत शाह फ़रीदुद्दीन अहमद चिश्ती जैसे प्रसिद्ध सूफ़ी चौदहवीं सदी हिज्री में हुए,
रय्यान अबुलउलाई
सूफ़ी लेख
हिन्दी साहित्य में लोकतत्व की परंपरा और कबीर- डा. सत्येन्द्र
अभिप्राय यह है कि इस युग में नये काव्यरूपों की उद्भावना हुई जिसमें से एक रूप
भारतीय साहित्य पत्रिका
सूफ़ी लेख
सय्यद शाह शैख़ अ’ली साँगड़े सुल्तान-ओ-मुश्किल-आसाँ - मोहम्मद अहमद मुहीउद्दीन सई’द सरवरी
सूफ़ीनामा आर्काइव
सूफ़ी लेख
जौनपुर की सूफ़ी परंपरा
जौनपुर को फ़िरोज़ शाह तुग़लक़ ने सन 1361 में अपने चचेरे भाई मुहम्मद बिन तुग़लक़ उ’र्फ़