आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "बहल"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "बहल"
सूफ़ी लेख
महाराष्ट्र के चार प्रसिद्ध संत-संप्रदाय - श्रीयुत बलदेव उपाध्याय, एम. ए. साहित्याचार्य
जय जय देव निष्फल। स्फुरदमन्दानन्द बहल। नित्यनिरस्ताखिलमल। मूलभूत।।4।।
हिंदुस्तानी पत्रिका
अन्य परिणाम "बहल"
ना'त-ओ-मनक़बत
हुजूम ग़म में भी 'कामिल' को इज़्तिराब नहींहै सामने रुख़-ए-ज़ेबा बहल रहा हूँ मैं
कामिल वारसी
ना'त-ओ-मनक़बत
मुतमइन होंगे मगर देख के जल्वा उन काहम नहीं वो जो खिलौनों से बहल जाते हैं
ख़ालिद मह्मूद नक़्श्बंदी
कलाम
क़मर जलालवी
ग़ज़ल
ये अ'जीब सहर-ए-तराज़ीयाँ हैं 'कलीम' याद-ए-हबीब कीकभी आ गई तो तड़प उठे कभी आ गई तो बहल गए
बहाउद्दीन अहमद ‘कलीम’
कलाम
गर यूँ ही घर में बैठा रहा मार डालेंगी तन्हाइयाँचल ज़रा मय-कदे में चलें ऐ 'फ़ना' दिल बहल जाएगा