अशरफ़ पीर करो मोंहे कृपा बहियाँ पकर लो हमार रे
रोचक तथ्य
یہ پوربی اخیر مقدمہ سجادہ نشینی میں بحضور حضرت مخدوم اشرف جہاں گیر قدس سرہٗ عرض کی گئی، اس کے بعد پوربی کامیابی ہوئی۔
अशरफ़ पीर करो मोंहे कृपा बहियाँ पकर लो हमार रे
अशरफ़ पीर
कठिन पड़े संकठ अब मोंहे पर काहू न मोरे सहार रे
अब की बैर बिना हो दाता रख लियो लाज हमार रे
अशरफ़ पैर
तुमरा द्वार छाड़ कहाँ जाऊँ तुम्हीं बनाहन-हार रे
ऐ मोरे अशरफ़ लागो गुहरिया चिर्या कहाऊँ तुम्हार रे
अशरफ़ पीर
कहत 'अशरफ़ी' दो कर जोरे अशरफ़ के दरबार रे
अपने नियम धरम से दाता मोर करो निस्तार रे
अशरफ़ पीर
- पुस्तक : तहाइफ़-ए-अशरफ़ी (पृष्ठ 104)
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