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Sufinama

ग़ज़लें

सूफ़ी ग़ज़लों का विशाल संग्रह | सूफ़ीनामा

1876 -1936

मा’रूफ़ ना’त-गो शाइ’र और ''बे-ख़ुद किए देते हैं अंदाज़-ए-हिजाबाना' के लिए मशहूर

1916 -1987

बेदम वारसी के साहिब-ज़ादे

1863 -1932

हाजी वारिस अ’ली शाह के मुमताज़ मुरीद और वहीद इलाहाबादी शागिर्द-ए-रशीद

1790 -1857

नासिख़ का एक गुम-नाम शागिर्द

1900 -1974

लखनऊ का मा’रूफ़ ना’त-गो शाइ’र

1828 -1895

उर्दू अदब का एक पारसी शाइ’र

1911

उर्दू अदब का एक शाइ’र

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

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