ग़ज़लें
सूफ़ी ग़ज़लों का विशाल संग्रह | सूफ़ीनामा
हाजी वारिस अ’ली शाह के मुरीद, मा’रूफ़ मुसन्निफ़ और अकबर इलाहाबादी के क़रीबी दोस्त
1751 -1824
18वीं सदी के बड़े शायरों में शामिल, मीर तक़ी 'मीर' के समकालीन।