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Sufinama

ग़ज़लें

सूफ़ी ग़ज़लों का विशाल संग्रह | सूफ़ीनामा

हाजी वारिस अ’ली शाह के चहेते मुरीद जिन्हों ने पीर-ओ-मुर्शिद के हुक्म पर जंगल में ज़िंदगी गुज़ारी

सादा-मिज़ाज और कम-गुफ़्तार वाला एक वारसी शाइ’र

1866 -1946

सबसे लोकप्रिय उत्तर क्लासिकी शायरों में प्रमुख/अमीर मीनाई के शार्गिद/दाग़ देहलवी के बाद हैदराबाद के राज-कवि

1890 -1960

सबसे प्रमुख पूर्वाधुनिक शायरों में शामिल अत्याधिक लोकप्रियता के लिए विख्यात

1898 -1982

उर्दू अबद के नाम-वर और क़ादिरुल-कलाम शाइ’र

1946

नूर नूही के साहब-ज़ादे और बज़्म-ए-नूर, आरा के सरपरस्त

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

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