आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "क़ैद-ए-बाम-ओ-दर"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "क़ैद-ए-बाम-ओ-दर"
शे'र
निकल कर ज़ुल्फ़ से पहुँचूँगा क्यूँकर मुसहफ़-ए-रुख़ परअकेला हूँ अँधेरी रात है और दूर मंज़िल है
अकबर वारसी मेरठी
ना'त-ओ-मनक़बत
क़स्र-ए-फ़लक से हाथों ऊँचा है बाम-ए-ख़्वाजाअल्लाह जानता है औज-ए-मक़ाम-ए-ख़्वाजा
क़ाज़ी मज़ाहिर इमाम
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "क़ैद-ए-बाम-ओ-दर"
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "क़ैद-ए-बाम-ओ-दर"
ना'त-ओ-मनक़बत
मेरा का’बा-ए-तमन्ना दर-ए-पाक-ए-मुस्तफ़ाईमेरी ज़िंदगी का हासिल उसी दर की जब्हा-साई
बह्ज़ाद लखनवी
ना'त-ओ-मनक़बत
दर दरिया-ए-’इरफ़ानी शहंशाहे हफ़ीज़ुल्लाहगुल बाग़ ख़ुदा दाने शहंशाहे हफ़ीज़ुल्लाह
मख़्दूम ख़ादिम सफ़ी
ना'त-ओ-मनक़बत
जब देखो दर-ए-मुस्तफ़ा पर अब्र रहमत के छाए हुए हैंदस्त-बस्ता खड़े हैं मलाइक अंबिया सर झुकाए हुए हैं
अ'ब्दुल सत्तार नियाज़ी
ना'त-ओ-मनक़बत
ये न पूछो मिला हमें दर-ए-ख़ैर-उल-वरा से क्यानज़र उन की पड़ी तो हम हुए पल-भर में क्या से क्या
पीर नसीरुद्दीन नसीर
ग़ज़ल
वो भी वक़्त आया था जब वो ज़ेब-ए-फ़राज़-ए-बाम हुएलेकिन ताब-ए-दीद किसे थी अहल-ए-नज़र नाकाम हुए
सदिक़ देहलवी
ना'त-ओ-मनक़बत
दर-ब-दर फिरता हूँ मैं हैराँ-ओ-मुज़्तर या 'अलीकीजै आसान जो मुश्किल है मुझ पर या 'अली
नस्र फुलवारवी
ना'त-ओ-मनक़बत
ख़ुल्द महकी गुम्बद-ए-बे-दर में दरवाज़ा हुआएहतिमाम-ए-सैर-ए-महबूबी शब-ए-असरा हुआ
डॉ. मंसूर फ़रिदी
ना'त-ओ-मनक़बत
यज़ीदियत से बग़ावत दर-ए-हुसैन की भीकशहादतों की 'इनायत दर-ए-हुसैन की भीक