परिणाम "मंज़र-कशी"
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बादा-कशी हमारा बड़ा काम कर गईतस्वीर-ए-यार शीशा-ए-दिल में उतर गई
ये हमारी मय-कशी का मुख़्तसर अफ़्साना थाआँख साक़ी से लड़ी थी हाथ में पैमाना था
मय-कशी है ज़रर-रसाँ लेकिनये कभी फ़ाएदा भी करती है
ख़्वाही न कशी रंजो-ओ-न-याबी ज़हमतअज़ मर्दुम-ए-रोज़गार ब-गुज़ीं 'उज़्लत
तुम अगर यूँही नज़रें मिलाते रहे मय-कशी मेरे घर से कहाँ जाएगीऔर ये सिलसिला मुस्तक़िल हो तो फिर बे-ख़ुदी मेरे घर से कहाँ जाएगी
मंज़र-कशीمنظر کشی
scenography
जिस चीज़ को जहाँ में कहते हैं मय-कशीजानाँ की आँख से ही पीने का नाम है
अज़ बहर-ए-दो रोज़ रंज-ए-दुनिया न-कशीईं बार-ए-गिराँ ब-दोश बे-जा न-कशी
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