आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "मेहर-ओ-माह"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "मेहर-ओ-माह"
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "मेहर-ओ-माह"
अन्य परिणाम "मेहर-ओ-माह"
ना'त-ओ-मनक़बत
नूर-ए-निगाह-ए-मुस्तफ़वी का है क्या जमालहै मेहर-ओ-माह आईना-दार-ए-अबुल-उ'ला
शाह अकबर दानापूरी
कलाम
रौशन थीं जिन से बज़्म-ए-तसव्वुर की ख़ल्वतेंउन रश्क-ए-मेहर-ओ-माह सितारों को क्या हुआ
अल्ताफ़ मशहदी
ना'त-ओ-मनक़बत
मेहर-ओ-माह की रौशनी माना कि है अच्छी मगरसब्ज़-गुम्बद की मुझे तो रौशनी अच्छी लगी
अ'ब्दुल सत्तार नियाज़ी
ना'त-ओ-मनक़बत
जहाँ सारा तू छान मारा बताओ इंसाफ़ से ख़ुदा राकहीं भी ऐ मेहर-ओ-माह देखा जमाल ऐसा कमाल ऐसा
ख़्वाजा अज़ीज़ुल हसन मज्ज़ूब
ना'त-ओ-मनक़बत
बस ऐ लोगो समझ लो 'इश्क़ में इस रम्ज़ को मेरेजो पैरौ उन के हैं रौशन हैं मेहर-ओ-माह की सूरत
मख़्दूम ख़ादिम सफ़ी
ना'त-ओ-मनक़बत
ऐ मेहर-ए-चर्ख़-ए-बरतरी पीरान-ए-साबिर कलियरीऐ नूर-ए-बुर्ज-ए-ख़ावरी पीरान-ए-साबिर कलियरी
सीमाब अकबराबादी
ना'त-ओ-मनक़बत
नूर की ख़ैरात लेने दौड़ते हैं मेहर-ओ-माहउठती है किस शान से गिर्द-ए-सवारी वाह वाह