आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ghul-mil"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "ghul-mil"
समस्त
पुस्तकें के संबंधित परिणाम "ghul-mil"
अन्य परिणाम "ghul-mil"
कलाम
बा-वज़ू हो कर पिएँ सब मय-कदे में मिल के मुल
हो रहे हैं एक रिंद ’आरिफ़-ओ-’आक़िल के क़ुल
बाक़ीर शाहजहांपुरी
ग़ज़ल
बस-कि ढूँडे अहल-ए-दिल मिल उन से साहब-ए-दिल हुआ
जब फिरा मैं बरसों तब ये आबला हासिल हुआ