परिणाम "khwaja meer dard zaheer ahmad siddiqui ebooks"
Tap the Advanced Search Filter button to refine your searches
दिल्ली शहर को बाईस ख्व़ाजा की चौखट भी कहा जाता है। इस शहर ने हिन्दुस्तानी तसव्वुफ़
ऐ 'दर्द' सभों से बरमला कहता हूँतौहीद न मैं छुपा-छुपा कहता हूँ
ऐ 'दर्द' ये कौन सब्र को लूट गयायूँ तुझ से जो ज़ब्त यक-ब-यक छूट गया
फ़र्याद कि 'दर्द' जब तलक मैंतय्यार हूँ कारवाँ नहीं है
पीरी चली और गई जवानी अपनीऐ 'दर्द' कहाँ है ज़िंदगानी अपनी
ज़ोर आशिक़-मिज़ाज है कोई'दर्द' को क़िस्सा मुख़्तसर देखा
जाए किस वास्ते ऐ 'दर्द' मय-ख़ाने के बीचऔर ही हस्ती है अपने दिल के पैमाने के बीच
बर-बाब-ए-तू दर्द रा कि दीदममर्द-ए-ईं बाब मी-नुमायद
पूछा मैं दर्द से कि बता तू सही मुझेऐ ख़ानुमाँ-ख़राब है तेरे भी घर कहीं
गुज़रे है अब इस तरह अपनी ऐ 'दर्द'रोना चुपके पड़े अकेले रहना
ख़फ़ा हो के ऐ 'दर्द' मर तो चला तूकहाँ तक ग़म अपना छुपाता रहेगा
सब के जौहर नज़र में आए 'दर्द'बे-हुनर तू ने कुछ हुनर न किया
वो बुलाए से भागता था और'दर्द' तुझ तक बुला दिया किन ने
ऐ 'दर्द' मुराक़िबा तो करते हो वलेटुक अपने गरेबाँ में भी सर डालिएगा
'दर्द' तू कौन है जो गर्द फटकने पावे'दर्द' दामन है तिरा सदक़े निसार-ए-दामन
हर बाब-ए-तू 'दर्द' रा कि दीदममर्द-ए-ईं बाब मी-नुमायद
आ फँसूँ मैं बुतों के दाम में यूँ'दर्द' ये भी ख़ुदा की क़ुदरत है
नहीं कहते न थे 'दर्द' मियाँ छोड़ ये बातेंपाई न सज़ा और वफ़ा कीजिए उस से
अब 'दर्द' जो कुछ कि ज़िंदगी बाक़ी हैअल्लाह को अपने याद करते रहिए
दिल भी ऐ 'दर्द' क़तरा-ए-ख़ूँ थाआँसुओं में कहीं गिरा होगा
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
Urdu poetry, urdu shayari, shayari in urdu, poetry in urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books