आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "masnavi tohfatul ahrar jami muhashsha abdurrahman jami ebooks"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "masnavi tohfatul ahrar jami muhashsha abdurrahman jami ebooks"
कलाम
तस्वीर-ए-तसव्वुर में उन की जिस वक़्त जमाई जाती हैउस पर्दा-नशीं को देखने की फिर ताब न लाई जाती है
अमीर बख़्श साबरी
कलाम
कामिल शत्तारी
अन्य परिणाम "masnavi tohfatul ahrar jami muhashsha abdurrahman jami ebooks"
कलाम
हू दा जामा पहन कराहाँ इस्म कमावण ज़ाती हूकुफ़र इस्लाम मक़ाम न मंज़ल न उत्थ मौत हयाती हू
सुल्तान बाहू
सूफ़ी उद्धरण
"जिस व्यक्ति में ये 3 आदतें जमा हो जाएंगी तो यूं समझना चाहिए कि हक़ीक़त में ईश्वर उसे दोस्त रखता है"।
ख़्वाजा ग़रीब नवाज़
शे'र
फूले नहीं समाते हो जामा में मिस्ल-ए-गुलपहुँचा है तुम को आज कसो का पयाम-ए-ख़ास