आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "shola-e-paraa.n"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "shola-e-paraa.n"
कृष्ण भक्ति सूफ़ी कलाम
'औघट' रहो प्रेम के भगती जब तक घट में प्राणपूजा करो कृष्ण का और जमुना में अश्नान
औघट शाह वारसी
ना'त-ओ-मनक़बत
कुछ कुफ़्र ने फ़ित्ने फैलाए कुछ ज़ुल्म ने शो'ले भड़काएसीनों में 'अदावत जाग उठी इंसान से इंसाँ टकराए
माहिरुल क़ादरी
अन्य परिणाम "shola-e-paraa.n"
दोहा
'औघट' घट में प्राण बसे और प्राण बीच इक चोर
'औघट' घट में प्राण बसे और प्राण बीच इक चोरजो पकड़े उस चोर को वो जोगी बर जोर
औघट शाह वारसी
शबद
बिंती और प्रार्थना का अंग - गति पूरन प्रभु-राया हो
गति पूरन प्रभुराया होकह बरनों बरनी नहिं आवै तुम अनंत जग गाया हो
गुलाल साहब
पद
स्वजीवन के पद - माई म्हाँने सुपने में परण गया जगदीश
माई म्हाँने सुपने में परण गया जगदीशसोती को सुपने आवीयाजी सुपनो विश्वाबीस
मीराबाई
दोहा
लिखें सबई लीखें नहीं मोहन प्रान सहाय
लिखें सबई लीखें नहीं मोहन प्रान सहायअलख लखै कउ लाख मूँ लिखा लखा तो काय
बरकतुल्लाह पेमी
अरिल्ल
अरिल छंद - प्रान चढ़ो असमान सहज घर जाइया
प्रान चढ़ो असमान सहज घर जाइयासुन्न सहर झकझोर सुरति ठहराइया
गुलाल साहब
कलाम
आग दामन में लग जाएगी दिल में शो'ला मचल जाएगामेरा साग़र न छूना कभी साक़िया हाथ जल जाएगा