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सूफ़ी लेख
उ’र्फ़ी हिन्दी ज़बान में - मक़्बूल हुसैन अहमदपुरी
ये छब देख अचरज भयो छुरी कुंद हो जाय17۔ उम्मीद हस्त कि बे-गानगी-ए-उ’र्फ़ी रा
ज़माना
सूफ़ी लेख
पदमावत के कुछ विशेष स्थल- श्री वासुदेवशरण
(रत्नसेन बिदाई खंड 32।4, क्रमांक दोहा 377) बिनौ करै पदुमावति नारी। हौं पिय कँवल सो कुंद नेवारी।1