आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "तपते"
सूफ़ी लेख के संबंधित परिणाम "तपते"
सूफ़ी लेख
अमीर ख़ुसरो बुज़ुर्ग और दरवेश की हैसियत से - मौलाना अ’ब्दुल माजिद दरियाबादी
मातमी लिबास पहन लिया।सब कुछ लुटा दिया।ख़ाली हाथ हो बैठे ग़म की आग में जलते,हिज्र की
फ़रोग़-ए-उर्दू
सूफ़ी लेख
निरंजनी साधु
फारसी किताब दबिस्तानुल मज़ाहिब में हरीदास जी की बेनीदास साँखला की बस्सी का जाट लिखा है