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सूफ़ी लेख
कबीर के कुछ अप्रकाशित पद ओमप्रकाश सक्सेना
दगाबाज सो साझा किन्हों, वे साह विचारे। सूको खेत बीज गयो निर्फल, रुक गये षार पनारे।
हिंदुस्तानी पत्रिका
सूफ़ी लेख
क़व्वालों के क़िस्से
उनके बेटे ने अपने पिता द्वारा स्थापित इस परंपरा को आगे ज़ारी रखा और आज इक़बाल
सुमन मिश्रा
सूफ़ी लेख
सुफ़ियों का भक्ति राग
एक ऐसे मुल्क में जहां दो मज़हब ही नहीं, एक ही मज़हब के दो या अधिक
ख़ुर्शीद आलम
सूफ़ी लेख
समाअ और क़व्वाली का सफ़रनामा
ख़ैर-उल-मजालिस मे भी क़व्वालों के ख़ानक़ाह के बाहर प्रदर्शन का ज़िक्र आता है। ख़्वाजा नसीरुद्दीन चिराग़
सुमन मिश्रा
सूफ़ी लेख
समाअ और क़व्वाली का सफ़रनामा
ख़ैर-उल-मजालिस मे भी क़व्वालों के ख़ानक़ाह के बाहर प्रदर्शन का ज़िक्र आता है। ख़्वाजा नसीरुद्दीन चिराग़
सुमन मिश्रा
सूफ़ी लेख
पदमावत के कुछ विशेष स्थल- श्री वासुदेवशरण
चौपड़ के कपड़े में चार ‘फड़े’ होती हैं। प्रत्येक ‘फड़’ पर तीन पंक्तियों में ‘घर’ बने