आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "आखिर"
शेर के संबंधित परिणाम "आखिर"
शे'र
पी भी लूँ आँसू तो आख़िर रंग-ए-रुख़ को क्या करूँसोज़-ए-ग़म को क्या किसी उनवाँ छुपा सकता हूँ मैं
कामिल शत्तारी
शे'र
मिरी सम्त से उसे ऐ सबा ये पयाम-ए-आख़िर-ए-ग़म सुनाअभी देखना हो तो देख जा कि ख़िज़ाँ है अपनी बहार पर
जिगर मुरादाबादी
शे'र
जोई अव्वल सोई आख़िर जोई ज़ाहिर सोई बातिनख़ुदी के तर्क में जल्दी से मख़्फ़ी सब अ'याँ होगा
क़ादिर बख़्श बेदिल
शे'र
न आया क्या सबब अब अलग रहा दिल-ए-इंतिज़ार आख़िरजहाँ होवे वहाँ जा कर मुझने होना निसार आख़िर