आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "जहाँ-पनाह"
शेर के संबंधित परिणाम "जहाँ-पनाह"
शे'र
बाग़-ए-जहाँ के गुल हैं या ख़ार हैं तो हम हैंगर यार हैं तो हम हैं अग़्यार हैं तो हम हैं
ख़्वाजा मीर दर्द
शे'र
नौ ख़त तो हज़ारों हैं गुलिस्तान-ए-जहाँ मेंहै साफ़ तो यूँ तुझ सा नुमूदार कहाँ है
अ’ब्दुल रहमान एहसान देहलवी
शे'र
जहाँ हैं महव-ए-नग़्मा बुलबुलें गुल जिस में ख़ंदाँ हैंउसी गुलशन में कल ज़ाग़-ओ-ज़ग़न का आशियाँ होगा