आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "जी-हुज़ूरी"
शेर के संबंधित परिणाम "जी-हुज़ूरी"
शे'र
मय-ख़ाना में ख़ुदी को नहीं दख़्ल शैख़-जीबे-ख़ुदी हुआ है जिन ने पिया है वो जाम-ए-ख़ास
ख़्वाजा रुक्नुद्दीन इश्क़
शे'र
मिरा जी जलता है उस बुलबुल-ए-बेकस की ग़ुर्बत परकि जिन ने आसरे पर गुल के छोड़ा आशियाँ अपना