परिणाम "नाम-लेवा"
Tap the Advanced Search Filter button to refine your searches
बे-ख़ुदी में भी तिरा नाम लिए जाते हैंरोग ये कैसा लगा है तिरे मस्ताने को
क़नाअत दूसरे के आसरे का नाम है 'मुज़्तर'ख़ुदा है जो कोई हद्द-ए-तवक्कुल से निकल आया
शाद के नाम से हर रंज-ओ-ख़ुशी हो के 'रियाज़'सद्र-ए-आ'ज़म को शब-ओ-रोज़ दुआ' देता है
मिरे नाम की निशानी न रहे जहाँ में बाक़ीमिरी जान लेने वाले मिरी क़ब्र भी मिटा जा
दीन-ओ-ईमाँ क्या और क्या है धरम खोल दिया अब तो नाम-ए-ख़ुदा ने भरमचश्म-ए-मुर्शिद ने की ऐसी जादूगरी कुछ भी मुझ को न भाए तो मैं क्या करूँ
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
Urdu poetry, urdu shayari, shayari in urdu, poetry in urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books