परिणाम "बैठा"
Tap the Advanced Search Filter button to refine your searches
ख़ुदा से डर ज़रा 'कौसर' कि तू तो खोए बैठा हैसरापा दीन-ओ-ईमान इक बुत-ए-काफ़िर की चाहत में
जिस जगह अम्न समझ कर मैं ज़रा जा बैठामेरी तक़दीर से वो भी दर-ए-क़ातिल निकला
ग़म-ए-वामांदगी से बे-नियाज़-ए-होश बैठा हूँचली आती है आवाज़-ए-दरा-ए-कारवाँ फिर भी
वहीं आ बैठा उठ कर उधर सेमिला है घर मिरा दुश्मन के घर से
नाम अगर दरकार है मिस्ल-ए-नगींएक घर में जम के बैठा कीजिए
ढूँडने निकला था आवाज़ों की बस्ती में उसेसोच कर वीराँ गुज़रगाहों पे बैठा रह गया
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
Urdu poetry, urdu shayari, shayari in urdu, poetry in urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books