आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "लब"
शेर के संबंधित परिणाम "लब"
शे'र
हमारी आरज़ू दिल की तुम्हारी जुम्बिश-ए-लब परतमन्ना अब बर आती है अगर कुछ लब-कुशा तुम हो
राक़िम देहलवी
शे'र
हम तल्ख़ी-ए-क़िस्मत से हैं तिश्ना-लब-ए-बादागर्दिश में है पैमाना पैमाने से क्या कहिए
सीमाब अकबराबादी
शे'र
तिश्ना-लब छोड़ा मुझे क़ातिल ने वक़्त-ए-इम्तिहाँरूह मेरी आब-ए-ख़ंजर को तरसती रह गई
मुज़्तर ख़ैराबादी
शे'र
शम्स साबरी
शे'र
वाए क़िस्मत शम्अ' पूछे भी न परवानों की बातऔर बे-मिन्नत मिलें बोसे लब-ए-गुल-गीर को
बेनज़ीर शाह वारसी
शे'र
कहियो ऐ क़ासिद पयाम उस को कि तेरे हिज्र सेजाँ-ब-लब पहुँचा नहीं आता है तू याँ अब तलक