परिणाम "शक्ल"
Tap the Advanced Search Filter button to refine your searches
सूरत-ए-हस्ती में फिर देखेंगे शक्ल-ए-रफ़्तगाँअब तलक आईना हम-आग़ोश-ए-ख़ाकिस्तर रहा
शक्ल-ए-आदम के सिवा और न भाया नक़्शासारे आ’लम में ये इज़हार है अल्लाह अल्लाह
रंग सी शक्ल मिली है तुझे ख़ुश्बू सा मिज़ाजलाला-ओ-गुल कहीं तेरा ही सरापा तो नहीं
अब्र तुम्हारे कूँ जो है ब-शक्ल हिलाल-ए-ई’दमेहराब-ए-सज्दा ताअ'त-ए-अहल-ए-सफ़ा कहूँ
सूरत-ए-गुल में खिलखिला के हँसाशक्ल-ए-बुलबुल में चहचहा देखा
वही ज़ात-ए-मुतलक़ वही बे-नज़ीरवही शक्ल-ए-इंसाँ ख़ुदा है वही
गुल मुरक़्क़ा' हैं तिरे चाक-गरेबानों केशक्ल मा'शूक़ की अंदाज़ हैं दीवानों के
आरज़ू है कि तिरा ध्यान रहे ता-दम-ए-मर्गशक्ल तेरी नज़र आए मुझे जब आए अजल
बना कर कुफ़्र को आईना सूरत देख ईमाँ कीसनम की शक्ल में जल्वा-कुनाँ अल्लाह ही अल्लाह है
आज तो 'क़ैसर'-ए-हज़ीं ज़ीस्त की राह मिल गईआ के ख़याल-ओ-ख़्वाब में शक्ल दिखा गया कोई
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
Urdu poetry, urdu shayari, shayari in urdu, poetry in urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books