आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "diye"
शेर के संबंधित परिणाम "diye"
शे'र
इलाही भेद तेरे उस ने ज़ाहिर कर दिए सब परकहा था किस ने तू 'सीमाब' को इंसान पैदा कर
सीमाब अकबराबादी
शे'र
कभी दैर-ओ-का'बः बता दिया कभी ला-मकाँ का पता दियाजो ख़ुदी को हम ने मिटा दिया तो वो अपने-आप में पा गए
अकबर वारसी मेरठी
शे'र
ख़ून-ए-दिल जितना था सारा वक़्फ़-ए-हसरत कर दियाइस क़दर रोया कि मेरी आँख में आँसू नहीं
मुज़्तर ख़ैराबादी
शे'र
कर दिया है बे-ख़ुदी ने आज इस क़ाबिल मुझेअपने पहलू में लिए लेती है ख़ुद मंज़िल मुझे
पंडित शाएक़ वारसी
शे'र
शम्स साबरी
शे'र
मुझे इ’श्क़ ने ये पता दिया कि न हिज्र है न विसाल हैउसी ज़ात का मैं ज़ुहूर हूँ ये जमाल उसी का जमाल है
अज़ीज़ सफ़ीपुरी
शे'र
वो तजल्ली जिस ने दश्त-ए-आरज़ू चमका दियाकुछ तो मेरे दिल में है और कुछ कफ़-ए-मूसा में है