परिणाम "gurn"
Tap the Advanced Search Filter button to refine your searches
गराँ है तौब: को मीना का शोर-ए-क़ुलक़ुल भीये गुल मचाए तो उस का गला दबा देना
ग़ैरों में न मैं अर्ज़-ए-तमन्ना से रुकुँगाइग़्माज़ करे वो सर-ए-महफ़िल कि ख़फ़ा हो
बिकी मय बहुत फ़स्ल-ए-गुल में गराँजो सच पूछो फिर भी ये सस्ती रही
ख़बर अपनी नहीं रखते ख़बर ग़ैरों की क्या रखेंकि आ’शिक़ मा-सिवा-ए-यार से बे-ज़ार बैठे हैं
वो कौन दिन है कि ग़ैरों को ख़त नहीं लिखताक़लम के बन को लगे आग और जले काग़ज़
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
Urdu poetry, urdu shayari, shayari in urdu, poetry in urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books