आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "tilak"
शेर के संबंधित परिणाम "tilak"
शे'र
मेरी आँख बंद थी जब तलक वो नज़र में नूर-ए-जमाल था
खुली आँख तो ना ख़बर रही कि वो ख़्वाब था कि ख़्याल था
बहादुर शाह ज़फ़र
शे'र
वो कि इक मुद्दत तलक जिस को भला कहता रहा
आह अब किस मुँह से ज़िक्र उस की बुराई का करूँ