आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "अन्दोह-ओ-दर्द-ओ-ग़म"
Kalaam के संबंधित परिणाम "अन्दोह-ओ-दर्द-ओ-ग़म"
कलाम
दिल ही तो है न संग-ओ-ख़िश्त दर्द से भर न आए क्यूँरोएँगे हम हज़ार बार कोई हमें सताए क्यूँ
मिर्ज़ा ग़ालिब
कलाम
ज़हीन शाह ताजी
कलाम
जाग उठेंगे दर्द पुराने ज़ख़्मों की अँगनाई मेंदिल की चोट उभर आएगी मत निकलो पुर्वाई में
फ़ना बुलंदशहरी
कलाम
दिल जिगर को आश्ना-ए-दर्द-ए-उल्फ़त कर दियाइक निगाह-ए-नाज़ ने सामान-ए-राहत कर दिया