आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "अर्श-ए-मुअल्ला"
Kalaam के संबंधित परिणाम "अर्श-ए-मुअल्ला"
कलाम
नाँ रब्ब अर्श मुअ'ल्ला उत्ते न रब्ब ख़ाने-काबे हूना रब्ब इलम किताबीं लब्भा, न रब्ब विच महाराबे हू
सुल्तान बाहू
कलाम
हक़्क़-ए-ता'ला 'अर्श पर है क्या कभी देखा गयाऔर फिर शह-रग से है नज़्दीक क्या कभी समझाया गया
अज़ीज़ुद्दीन रिज़वाँ क़ादरी
कलाम
अज़ीज़ुद्दीन रिज़वाँ क़ादरी
कलाम
अज़्म-ए-फ़रियाद! उन्हें ऐ दिल-ए-नाशाद नहींमस्लक-ए-अहल-ए-वफ़ा ज़ब्त है फ़रियाद नहीं
सीमाब अकबराबादी
कलाम
बीत गया हंगाम-ए-क़यामत रोज़-ए-क़यामत आज भी हैतर्क-ए-तअल्लुक़ काम न आया उन से मोहब्बत आज भी है
शकील बदायूँनी
कलाम
जुनूँ वज्ह-ए-शिकस्त-ए-रंग-ए-महफ़िल होता जाता हैज़माना अपने मुस्तक़बिल में दाख़िल होता जाता है
सीमाब अकबराबादी
कलाम
सहबा अकबराबादी
कलाम
अल्लामा इक़बाल
कलाम
दिल जिगर को आश्ना-ए-दर्द-ए-उल्फ़त कर दियाइक निगाह-ए-नाज़ ने सामान-ए-राहत कर दिया