परिणाम "आसार"
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सुब्ह से शाम के आसार नज़र आने लगेफिर सहारे मुझे बे-कार नज़र आने लगे
गर देखिए तो मज़हर-ए-आसार-ए-बक़ा हूँऔर समझिए जूँ अ'क्स मुझे मह्व-ए-फ़ना हूँ
अफ़ज़लिय्यत पे तिरी मुश्तमिल आसार-ओ-कुतुबअव्वलीयत पे तिरी मुत्तफ़िक़ अदयान-ओ-मिलल
करती है मुलूकीय्यत आसार-ए-जुनूँ पैदाअल्लाह के निश्तर हैं तैमूर हो या चंगेज़
दूर तक कोई सितारा है न कोई जुगनूमर्ग-ए-उम्मीद के आसार नज़र आते हैं
ऐ मसीहा मिरी बालीं पे दम-ए-नज़अ' तो आतेरे बीमार के आसार नहीं अच्छे हैं
ऐ काश न हो शाम मिरे वस्ल के दिन कीआसार-ए-शब-ए-तार नुमूदार न होता
नहीं आसार अपनी ज़िंदगी के अब नज़र आतेग़िज़ा के बदले मैं 'ग़ौसी' ग़म-ए-दिलदार खाता हूँ
आतिश-ए-हिज्र दी बदन पई साड़दी ए, मेरियाँ वि सदयाँ झोकाँ उजाड़ दी एदो तिन हिचकियाँ रह गियाँ मौत व चूँ, हुण ते चैन दे नहीं आसार आजा
उन उजड़ी बस्तियों में दीवार-ओ-दर हैं क्या क्याआसार जिन के हैं ये उन का नहीं असर कुछ
नब्ज़ साक़ित ही हुई आँखें भी हैं छत से लगीं है दम-ए-बाज़-पसींज़िंदगी के मरे अब कोई भी आसार नहीं यूँ तो क़ादिर है ख़ुदा
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