आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "धूप"
Kalaam के संबंधित परिणाम "धूप"
कलाम
करम के साए में हमको रक्खा, कभी हिरासाँ न हम हुएहमारे सर पे जो धूप आयी तो अपना दामन बढ़ा दिया
फ़ना बुलंदशहरी
कलाम
मैं फ़लसफ़ों की धूप में जलता रहा हूँ 'उम्र भरउन 'इल्म के सहराओं में मौज-ए-सबा भी आप हैं
अहमद नदीम क़ासमी
कलाम
गाते हुए पेड़ों की ख़ुनुक छाँव से आगे निकल गएहम धूप में जलने को तिरे गाँव से आगे निकल गए