परिणाम "मयस्सर"
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कलेजा हाथ से अहल-ए-तमअ के चाक होता हैसदफ़-आसा अगर मुझ को मयस्सर दाना आता है
मिन्नतें मान याँ दरगाहों में चले बाँधेपर मयस्सर न हुआ साथ सुलाना तेरा
नहीं निगाह में मंज़िल तो जुस्तुजू ही सहीनहीं विसाल मयस्सर तो आरज़ू ही सही
पयाम्बर न मयस्सर हुआ तो ख़ूब हुआज़बान-ए-ग़ैर से क्या शरह-ए-आरज़ू करते
बस-कि दुश्वार है हर काम का आसाँ होनाआदमी को भी मयस्सर नहीं इंसाँ होना
गरचे वो ख़ुर्शीद-रू नित है मेरे सामनेतो भी मयस्सर नहीं भर के नज़र देखना
क़तरा-ए-ख़ून-ए-जिगर से की तवाज़ो' 'इश्क़ कीसामने मेहमाँ के जो था मयस्सर रख दिया
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