आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "रस्म-ओ-रिवायत"
Kalaam के संबंधित परिणाम "रस्म-ओ-रिवायत"
कलाम
निकल कर ख़ानक़ाहों से अदा कर रस्म-ए-शब्बीरीकि फ़क़्र-ए-ख़ानक़ाही है फ़क़त अंदोह-ओ-दिलगीरी
अल्लामा इक़बाल
कलाम
पीर नसीरुद्दीन नसीर
कलाम
दिल ही तो है न संग-ओ-ख़िश्त दर्द से भर न आए क्यूँरोएँगे हम हज़ार बार कोई हमें सताए क्यूँ
मिर्ज़ा ग़ालिब
कलाम
सहबा अकबराबादी
कलाम
माहिरुल क़ादरी
कलाम
क्या कहें मिल्लत-ओ-दीं कुफ़्र है ईमाँ अपनापेश-ए-बुत-ए-सज्दा है और दैर है ऐवाँ अपना
तसद्दुक़ अ’ली असद
कलाम
ओ सनम तेरे न आने की क़सम खाता हूँ मैंइस दिल-ए-बेताब को दिन-रात समझाता हूँ मैं