आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "auj-bin-unuq"
Kalaam के संबंधित परिणाम "auj-bin-unuq"
कलाम
ऐ दिल-ए-पुर-सुरूर-ए-मन नाज़ न बन नियाज़ बनसाक़ी-ए-मस्त-ए-नाज़ की आँखों में सरफ़राज़ बन
शाह मोहसिन दानापुरी
कलाम
जमाल-ए-इब्तिदा बन कर जलाल-ए-इंतिहा होकरबशर दुनिया में आया मज़हर-ए-शान-ए-ख़ुदा होकर
तुरफ़ा क़ुरैशी
कलाम
फ़ना बुलंदशहरी
कलाम
फ़ना बन कर मलाल ख़ातिर महज़ून-ए-'अयाँ क्यूँ होकोई ये भी दिगर पूछे कि सरगर्म-ए-फ़ुग़ाँ क्यूँ हो
अज्ञात
कलाम
जो तेरी याद फ़ुर्क़त में मिरी दम-साज़ बन जाएतो मेरे दिल की हर धड़कन तिरी आवाज़ बन जाए
ख़्वाजा अज़ीज़ुल हसन मज्ज़ूब
कलाम
तू जोगी बन न बिरोगी बन न लगा के ख़ाक तू बन में जातुझे उस की शान है देखनी किसी मा'रिफ़त के चमन में जा
असग़र निज़ामी
कलाम
फ़ना बुलंदशहरी
कलाम
सई’द शहीदी
कलाम
जी चाहे तू शीशा बन जा जी चाहे पैमाना बन जाशीश: पैमाना क्या बनना मय बन जा मय-ख़ाना बन जा
ज़हीन शाह ताजी
कलाम
बन कर मैं कभी मूसा सर-ए-तूर जा रहा हूँई'सा मैं कभी बन कर मर्दे जिला रहा हूँ