आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "daur-e-hayaat"
Kalaam के संबंधित परिणाम "daur-e-hayaat"
कलाम
ख़ुशी से दूर हूँ ना-आश्ना-ए-बज़्म-ए-’इशरत हूँसरापा दर्द हूँ वाबस्ता-ए-ज़ंजीर-क़िस्मत हूँ
शाह मोहसिन दानापुरी
कलाम
की होया बुत दूर गया दिल हरगिज़ दूर न थीवे हूसै कोहाँ ते वसदा मुर्शिद विच हुज़ूर दिसीवे हू
सुल्तान बाहू
कलाम
जब ग़ैर नज़र से दूर हुआ और पाई सफ़ाई नैनन मेंतब शान ख़ुदा की आई नज़र बन-बन के ख़ुदाई नैनन में
वतन हैदराबादी
कलाम
इश्क़ दी गल्ल अवल्ली जेहड़ा शरआ थीं दूर हटावे हूक़ाज़ी छोड़ कज़ाई जाण जद इश्क़ तमाँचा लावे हू
सुल्तान बाहू
कलाम
तुम ही तो वज्ह-ए-ज़िंदगी तुम ही तो मक़्सद-ए-हयातजान-ए-जहान-ए-आरज़ू रूह-ए-रवान-ए-काएनात
कामिल शत्तारी
कलाम
मेरी आँखों का आख़िर दूर ये आज़ार कैसे होतुझे किस तरह से देखूँ तिरा दीदार कैसे हो