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फ़ारसी कलाम
न-दानम गरचे आँ दीद: कि बीनम दर जमाल-ए-तूनयम नौमीद चूँ उ'म्रम गुज़श्त अंदर ख़याल-ए-तू
शैख़ अब्दुल क़ादिर जिलानी
फ़ारसी कलाम
ऐ कि शर्ह-ए-वज़्ज़ुहा आमद जमाल-ए-रू-ए-तूनुक्तः-ए-वल्लैल वस्फ़-ए-ज़ुल्फ़-ए-अ’म्बर बू-ए-तू
अमीर हसन अला सिज्ज़ी
फ़ारसी कलाम
चू सिर्र-ए-इ'श्क़-ए-तू गुफ़्तन मियान-ए-ख़ल्क़ न-शायदब-गोश:इ ब-नशीनम ब-गुफ़्तगू-ए-तू बाशम
नूरुद्दीन हिलाली
फ़ारसी कलाम
गुफ़्ता कि ई तु बा मा गुफ़्तम कमीं गु़लामतगुफ़्ता मगर तु मस्ती गुफ़्तम बले ज़े जामत
शैख़ अब्दुल क़ादिर जिलानी
फ़ारसी कलाम
बा-चुनीं दीद: ग़म-ए-दिल न-तवानम पोशीदज़ाँ कि ग़म्माज़-ए-दिलम दीद: गिर्यान-ए-मन अस्त
हुसैन बिन मंसूर हल्लाज
फ़ारसी कलाम
आँ कि दिल बुर्द ज़े-मन ग़म्ज़:-ए-जादू-ए-तू बूदवाँ कि जाँ रा ब-तन आवुर्द हम: बू-ए-तू बूद
अमीर हसन अला सिज्ज़ी
फ़ारसी कलाम
गुफ़्ता कि क़त्ताल-ए-जहाँ गुफ़्तम ख़म-ए-अबरू-ए-तूगुफ़्ता चे ख़ुश-तर अज़ इरम गुफ़्तम फ़ज़ा-ए-कू-ए-तू
औघट शाह वारसी
फ़ारसी कलाम
'हुसैन' अज़ हम:-आ'लम शुदः अस्त बेगान:हनूज़ चीस्त न-दानम कि आश्ना-ए-तू नीस्त
हुसैन बिन मंसूर हल्लाज
फ़ारसी कलाम
बिया बिया कि दिल-ओ-जान-ए-मन फ़िदा-ए-तू बादसरे कि बर तन-ए-मन हस्त ख़ाक-ए-पा-ए-तू बाद
नूरुद्दीन हिलाली
फ़ारसी कलाम
मन अज़ तू शाद गर्दम तू ज़े-मन ग़मगीं ख़ुशा हालेकि तु बाशी अ'याँ दर दीद:-ए-मन मन निहाँ बाशम
जामी
फ़ारसी कलाम
रद मकुन यारब तु मा रा चूँ ब-बाज़ार-ए-अलस्तऐ’बहा-ए-मा हम: दीदी न-कर्दी ना-मुराद
शैख़ अब्दुल क़ादिर जिलानी
फ़ारसी कलाम
आँ कि दिल बुर्द ज़े मन निकहत-ए-गेसू-ए-तू बूदवाँ कि ज़द ज़ख़्म ब-जाँ ग़म्ज़:-ए-जादू-ए-तू बूद