रामपुर के शायर और अदीब
कुल: 24
अब्र अहसनी
                                    1898  -   1973
                            
                        अख़्तर अलीगढ़ी
                                    1893  -   1958
                            
                        अमीर मीनाई
                                    1829  -   1900
                            
                        दाग़ देहलवी के समकालीन। अपनी ग़ज़ल ' सरकती जाए है रुख़ से नक़ाब आहिस्ता आहिस्ता ' के लिए प्रसिद्ध हैं।
अश्क रामपुरी
                                       1950
                            
                        फ़ौक़ रामपुरी
                                    1895   
                            
                        - निवास : रामपुर
 
मीर एवज़ अली
                                    1796  -   1881
                            
                        मुज़म्मिल ख़ान
                                    1991   
                            
                        निकहत सहसवानी
                                    1871  -   1952
                            
                        सहसवान के मा’रूफ़ अदीब, मज़मून-निगार और शाइ’र-ए-मश्शाक़
- निवास : रामपुर
 
सबा अफ़ग़ानी
                                    1922  -   1976
                            
                        साएब रामपूरी
                                    1905  -   1974
                            
                        सालिक रहमानी
                                    1915  -   1979
                            
                        - जन्म : फ़र्रुख़ाबाद
 - निवास : रामपुर
 
सरवत रामपुरी
                                    1918  -   1984
                            
                        वफ़ा निज़ामी
                                    1907  -   1981
                            
                        वजीह रामपुरी
                                    1899  -   1987