सद्गुरुमहिमा - सब तीरथ गुरु चरणों लारे
सब तीरथ गुरु चरन न लारे चरनामृत दृढ सदा हमारे
चरन कँवल की निसदिन पूजा परसूँ और देव ना दूजा
इष्ट हमारे गुरुके चरना गुरुके चरण ध्यान हूँ करना
गुरु के चरन लगे सो तारे गुरु के चरन प्राण सूँ प्यारे
आशा मनसा और कर्मना गुरु के चरन प्रेम चित धरना
गुरु के चरन होय सो होना हानि लाभ कै दुख सुख मरना
रनजीता गुरू चरण तुम्हारे जीवन प्राण अधार अधारे
गुरु के चरण मुक्ति फलदायक सहजो गुरु के चरण सहायक
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