रामपुर के शायर और अदीब
कुल: 19
अब्र अहसनी
1898 - 1973
अख़तर अ’लीगढ़ी
1893 - 1958
अमीर मीनाई
1829 - 1900
दाग़ देहलवी के समकालीन। अपनी ग़ज़ल ' सरकती जाए है रुख़ से नक़ाब आहिस्ता आहिस्ता ' के लिए प्रसिद्ध हैं।
अश्क रामपुरी
1950
- निवास : रामपुर
मुज़म्मिल ख़ान
1991
निकहत सहसवानी
1871 - 1952
सहसवान के मा’रूफ़ अदीब, मज़मून-निगार और शाइ’र-ए-मश्शाक़
सबा अफ़ग़ानी
1922 - 1976
साएब रामपूरी
1905 - 1974
सालिक रहमानी
1915 - 1979
- जन्म : फ़र्रुख़ाबाद
- निवास : रामपुर
सरवत रामपुरी
1918 - 1984
वफ़ा निज़ामी
1907 - 1981
वजीह रामपुरी
1899 - 1987