व्यंग विद्या के परिप्रेक्ष्य में हरिशंकर परसाई साहित्य का मुल्यांकन -1 अतिरिक्त अंक समीक्षा पढ़िए बुक सूची देखें प्रकाशन वर्ष : 2002 पृष्ठ : 250 सहयोगी : सुमन मिश्रा
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