दूल्हा मैं वारी गगरिया भर दे
दूल्हा मैं वारी गगरिया भर दे
कब से हूँ ठारी गगरिया भर दे
अपनी अपनी नगरी पहुँच गईं
सखियाँ सारी गगरिया भर दे
बरखा बरसे बिजली चमके
रैन अँधियारी गगरिया भर दे
चरनन आई राज कुँवरवा
तोरी पनहारी गगरिया भर दे
घेरे ठारें सगरी सखियाँ
तोरी अटारी गगरिया भर दे
पनघट लागो चौकी पहरा
भर दे हमारी गगरिया भर दे
जगमग-जगमग धूम से लाई
'रिज़वी' तुहारी गगरिया भर दे
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