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राखो लाज हमार अशरफ़ पिया

अली हुसैन अशरफ़ी

राखो लाज हमार अशरफ़ पिया

अली हुसैन अशरफ़ी

MORE BYअली हुसैन अशरफ़ी

    रोचक तथ्य

    یہ ادھا مقدمہ سجادہ نیشنی میں رجوع بجناب حضرت مخدوم اشرف جہاں گیر قدس سرہٗ ہو کر عرض کیا تھا۔

    राखो लाज हमार अशरफ़ पिया

    तुम बिन कोऊ मीत होए

    बैरी भए पलवार अशरफ़ पिया

    राखो लाज हमार

    तनिक नजर किरपा कर देखो

    मैं तुमरे सहार अशरफ़ पिया

    राखो लाज हमार

    मैं तो गरीब तुम्हार कहाऊँ

    राखूँ आस तुम्हार अशरफ़ पिया

    राखो लाज हमार

    मिन्ती करत है दास 'अशरफ़ी'

    लागो मोर गोहार अशरफ़ पिया

    राखो लाज हमार

    स्रोत :
    • पुस्तक : तहाइफ़-ए-अशरफ़ी (पृष्ठ 111)

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