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Sufinama

एक हक़ीक़त के दो महमिल हुस्न-ओ-मोहब्बत दोनों हैं

ज़हीन शाह ताजी

एक हक़ीक़त के दो महमिल हुस्न-ओ-मोहब्बत दोनों हैं

ज़हीन शाह ताजी

MORE BYज़हीन शाह ताजी

    एक हक़ीक़त के दो महमिल हुस्न-ओ-मोहब्बत दोनों हैं

    ख़ल्वत-ख़ल्वत महफ़िल-महफ़िल हुस्न-ओ-मोहब्बत दोनों हैं

    सब से तन्हा सब में शामिल हुस्न-ओ-मोहब्बत दोनों हैं

    कितने आसाँ कितने मुश्किल हुस्न-ओ-मोहब्बत दोनों हैं

    अपने अपने आईने में देखते हैं मुँह अपना अपना

    अपने अपने आप मुक़ाबिल हुस्न-ओ-मोहब्बत दोनों हैं

    गाहे राही गाहे रहज़न गाहे रहरव गाहे रहबर

    गाहे जादा गाहे मंज़िल हुस्न-ओ-मोहब्बत दोनों हैं

    एक हक़ीक़त के दो पहलू हर पहलू में लाखों पहलू

    हर जल्व: हर दीदः हर दिल हुस्न-ओ-मोहब्बत दोनों हैं

    दानः दानः ख़ोशः ख़ोशः मज़रआ मज़रआ बिजली बिजली

    ख़िर्मन ख़िर्मन हासिल हासिल हुस्न-ओ-मोहब्बत दोनों हैं

    आप हैं दरिया आप हैं कश्ती आप ही कश्तीबाँ अपने

    गाहे तूफ़ाँ गाहे साहिल हुस्न-ओ-मोहब्बत दोनों हैं

    इश्क़ 'ज़हीन' ईमान है मेरा हुस्न है मुझ जाँ से प्यारा

    मेरी फ़ितरत ही में शामिल हुस्न-ओ-मोहब्बत दोनों हैं

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