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Sufinama

ग़ज़लें

सूफ़ी ग़ज़लों का विशाल संग्रह | सूफ़ीनामा

हाजी वारिस अ’ली शाह के मुरीद और शहर-ए-गया के नाम-वर वकील और रईस

1912 -1973

अपनी गज़ल “मोहब्बत करने वाले कम न होंगे” के लिए मशहूर

1918

अ’ज़ीमाबाद से कराची हिज्रत करने वाला शाइ’र

सिलसिला-ए-वारसिया से अ’क़ीदत रखने वाला शाइ'र

1913

तरक़्क़ी -ए-उर्दू (चाटगाम) के सद्र

-1961

हाजी वारिस अ’ली शाह के मुरीद और अ’र्श गयावी के शागिर्द

1972

मख़दूमा अमिर जान पुस्तकालय, नटराली के संरक्षक और उपमहाद्वीप के प्रख्यात शोधकर्ता

1911

अ’ज़ीमाबाद के मुहक़्क़िक़

1875 -1951

स्वतंत्रता सेनानी और संविधान सभा के सदस्य। ' इंक़िलाब ज़िन्दाबाद ' का नारा दिया। कृष्ण भक्त , अपनी ग़ज़ल ' चुपके चुपके, रात दिन आँसू बहाना याद है ' के लिए प्रसिद्ध

1989

इस्लामाबाद के युवा कवि जिनकी शाइ'री सुंदरता , प्रेम , सूफीवाद और नैतिक शिक्षाओं से भी भरपूर है।

-1962

माहनामा अदीब, इलाहाबाद के मुदीर-ए-आ’अला

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

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