ग़ज़लें
सूफ़ी ग़ज़लों का विशाल संग्रह | सूफ़ीनामा
1972
मख़दूमा अमिर जान पुस्तकालय, नटराली के संरक्षक और उपमहाद्वीप के प्रख्यात शोधकर्ता
1875 -1951
स्वतंत्रता सेनानी और संविधान सभा के सदस्य। ' इंक़िलाब ज़िन्दाबाद ' का नारा दिया। कृष्ण भक्त , अपनी ग़ज़ल ' चुपके चुपके, रात दिन आँसू बहाना याद है ' के लिए प्रसिद्ध