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कहेगा हुस्न जन्नत का हसन मौला हसन मौला

ख़ालिद नदीम बदायूँनी

कहेगा हुस्न जन्नत का हसन मौला हसन मौला

ख़ालिद नदीम बदायूँनी

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    रोचक तथ्य

    منقبت در شان حضرت امام حسن (مدینہ-سعودی عرب)

    कहेगा हुस्न जन्नत का हसन मौला हसन मौला

    तुम्हीं हो ख़ुल्द के दूल्हा हसन मौला हसन मौला

    फ़सीलों को हिसारों पर नदी पर आबशारों पर

    जहाँ देखा लिखा देखा हसन मौला हसन मौला

    मिरा दिल चीर कर देखो कलेजा चाक कर देखो

    हर इक शै पर लिखा होगा हसन मौला हसन मौला

    सदाक़त में सख़ावत में अदा-ए-इस्तक़ामत में

    नहीं सानी कोई तेरा हसन मौला हसन मौला

    जहाँ तीर-ए-सितम बरसे जहाँ 'अज़्म-ए-सफ़र टूटा

    मिरे मुँह से वहीं निकला हसन मौला हसन मौला

    उसी को हौज़-ए-कौसर की तरफ़ आक़ा बुलाएँगे

    यहाँ जिस की ज़बाँ पर था हसन मौला हसन मौला

    मुनाफ़िक़ मौज-ए-तूफ़ाँ से सफ़ीना ख़ुद निकल आता

    अगर विर्द-ए-ज़बाँ होता हसन मौला हसन मौला

    अभी कुछ और बाक़ी है अभी तुम देखते जाओ

    ज़माना फिर पुकारेगा हसन मौला हसन मौला

    कहा है रोज़-ए-अव्वल से कहूँगा रोज़-ए-आख़िर भी

    मिरा दाता मिरा आक़ा हसन मौला हसन मौला

    तिरा हामी तिरा वाली जहाँ में कौन है 'ख़ालिद'

    मिरा तार-ए-नफ़स बोला हसन मौला हसन मौला

    स्रोत :
    • पुस्तक : अनवार-ए-करबला (पृष्ठ 55)

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