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Sufinama

या नबी या मुस्तफ़ा अहलन-ओ-सहलन मर्हबा

नूरुल हसन नूर

या नबी या मुस्तफ़ा अहलन-ओ-सहलन मर्हबा

नूरुल हसन नूर

MORE BYनूरुल हसन नूर

    या नबी या मुस्तफ़ा अहलन-ओ-सहलन मर्हबा

    शह-ए-रह दूसरा अहलन-ओ-सहलन मर्हबा

    आप आए और बहारें रक़्स फ़रमाने लगीं

    ग़ुंचा ग़ुंचा कह उठा अहलन-ओ-सहलन मर्हबा

    बे-नवाओं के लबों पर मुस्कुराहट खिल उठी

    साहिब-ए-जूद-ओ-सख़ा अहलन-ओ-सहलन मर्हबा

    गुलशन-ए-अन्फ़ास में आते ही आक़ा के क़दम

    पत्ते पत्ते ने कहा अहलन-ओ-सहलन मर्हबा

    ख़ुल्द में हर सू मुबारक-बादियों की धूम है

    आए महबूब-ए-ख़ुदा अहलन-ओ-सहलन मर्हबा

    आमना की गोद में आए जो फ़ख़्र-ए-काएनात

    गूँज उठा ये ज़मज़मा अहलन-ओ-सहलन मर्हबा

    का'बा-ए-अतहर की छत से हज़रत-ए-रूहुल-अमीन

    कह रहे हैं बरमला अहलन-ओ-सहलन मर्हबा

    ताज-ए-यकताई मुबारक हो शह-ए-ख़ैरुल-उमम

    मज़हर-ए-नूर-ए-ख़ुदा अहलन-ओ-सहलन मर्हबा

    अब्र-ए-रहमत झूम कर आया फ़ज़ा हँसने लगी

    आगए शाह-ए-हुदा अहलन-ओ-सहलन मर्हबा

    मर्हबा सद-मर्हबा ग़मज़दों के ग़म-गुसार

    ख़ल्क़ के हाजत-रवा अहलन-ओ-सहलन मर्हबा

    नूर है जारी यही फ़िक़रा ज़बान-ए-शौक़ पर

    आमद-ए-ख़ैरुल-वरा अहलन-ओ-सहलन मर्हबा

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