शाह-ए-ज़मीन-ओ-आसमाँ ख़्वाजा मु'ईनुद्दीन हसन
रोचक तथ्य
منقبت در شان غریب نواز خواجہ معین الدین چشتی (اجمیر-راجستھان)
शाह-ए-ज़मीन-ओ-आसमाँ ख़्वाजा मु'ईनुद्दीन हसन
सुल्तान-ए-मुल्क-ए-इंस-ओ-जाँ ख़्वाजा मु'ईनुद्दीन हसन
नेको क़दम नेको निशान ख़्वाजा मु'ईनुद्दीन हसन
शाह-ए-शहंशाह-ए-ज़माँ ख़्वाजा मु'ईनुद्दीन हसन
आए जो तुम अजमेर में तुम से खिली हर इक कली
फ़ैज़-ए-कमाल-ए-ख़्वाज-गाँ ख़्वाजा मु'ईनुद्दीन हसन
बंदा पे कर बख़्शिश ज़रा बंदा तेरा है शहा
पुश्त-ओ-पनाह-ए-बेकसाँ ख़्वाजा मु'ईनुद्दीन हसन
दर-ए-मा'रिफ़त-ए-मेहर-ए-सफ़ा ख़ुर्शीद-ए-शर’अ-ए-मुस्तफ़ा
मस्नद-नशीन-ए-ईं-ओ-आँ ख़्वाजा मु'ईनुद्दीन हसन
तेरी सिफ़त हो कब बयाँ लाऊँ कहाँ से मैं ज़बाँ
दर वस्फ़ तो क़ासिर-ए-ज़बाँ ख़्वाजा मु'ईनुद्दीन हुस्न
नाम-ए-मुबारक पर तिरे ईमान-ओ-जाँ-ओ-क़ुर्बाँ करूँ
शौक़-ए-जमालत-ए-बेकराँ ख़्वाजा मु'ईनुद्दीन हसन
ऐ नय्यर-ए-चर्ख़-ए-बरीं ऐ आफ़्ताब-ए-दाद-ओ-दीं
ऐ क़िब्ला-गाह-ए-बेकसाँ ख़्वाजा मु'ईनुद्दीन हसन
'आजिज़ मुनीर-ए-कम-तरीं ऐ रहमत-ए-दुनिया-ओ-दीं
वारिद ज़ हिज्रत दिल-तपाँ ख़्वाजा मु'ईनुद्दीन हसन
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